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श्री नैमिषारण्य विकास परिषद के गठन पर साधु संतों ने डीएम को दिया धन्यवाद पत्र

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जिलाधिकारी से मिलकर उठाई चौरासी कोसीय परिक्रमा की समस्या

धीरेन्द्र श्रीवास्तव ब्यूरोचीफ सीतापुर

जिलाधिकारी से मिलकर उठाई चौरासी कोसीय परिक्रमा की समस्या

सीतापुर। सोमवार को नैमिष तीर्थ के साधु संतों और ब्राह्मणों ने जिलाधिकारी अनुज सिंह और पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान से भेंट की । चौरासी कोसीय परिक्रमा समिति के सचिव बनगढ़ महंत संतोष दास खाकी के नेतृत्व में साधु संतों ने श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास के गठन होने पर धन्यवाद पत्र और अंगवस्त्र देकर धन्यवाद ज्ञापित किया
जिलाधिकारी से भेंट करने के पश्चात महंत संतोष दास खाकी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा तीर्थ विकास परिषद के गठन पर नैमिषारण्य तीर्थ का साधु समाज, तीर्थपुरोहित समाज व संभ्रांत नागरिक अत्यंत प्रसन्न हैं । महंत द्वारा चौरासी कोसीय परिक्रमा की समस्याओं पर जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कहा कि वह शीघ्र ही अधिकारियों के साथ पड़ावों का निरीक्षण करेंगे और आपके सुझावों पर ध्यान दिया जाएगा । हम चाहते हैं कि तीर्थ विकास के दौरान यहां के मूल स्वरूप को संरक्षित करने का काम किया जाना चाहिए । पुराने मंदिरों को तोड़कर नया बनाने के स्थान पर उन्हें ही मरम्मत कर मूल स्वरूप को बनाए रखा जाए । इसकी पहचान यहां के मठ, मंदिर, यहां की वन संपदा, साधु संत, तीर्थ पुरोहित हैं इनके मूल स्वरूप को न बिगाड़ा जाए । इस मौके पर मुल्लाभीरी महंत अंजनी दास,प्रस्तावक विमल मिश्र, मीडिया प्रभारी सुनीत पांडेय, पंडित विवेक शास्त्री, गौरी शंकर शुक्ला मौजूद रहे ।
“धंधारी जंगल को बनाया जाए गौ
अभयारण्य”
मिश्रिख मछरेहटा मार्ग पर पड़ने वाले धेनुधारी अरण्य को वर्तमान में धंधारी जंगल के नाम से प्रसिद्ध है । साधु संतों ने इस जंगल को गायों के संरक्षण, संवर्धन और किसानों के हित में इसे गौ अभयारण्य बनाए जाने की मांग की । महंत संतोष दास ने कहा कि इसके बनने से किसानों को आवारा पशुओं से राहत मिलेगी और इसके साथ ही गायों को संरक्षित किया जा सकेगा ।

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