अवध फेस्टिवल
शान, माहिरी सहित सात कलाकारों को ‘नौशाद सम्मान’
लखनऊ, 30 नवम्बर। कलाकारों से मिलकर अच्छा लगता है, क्योंकि उन्होंने साधना करके कला को हासिल किया होता है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार ऐसी फिल्म नगरी की स्थापना करने की दिशा में काम कर रही है, जहां कलाकारों को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलें।
ये बातें उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन की ओर से यहां गोमतीनगर विस्तार के एक होटल में आयोजित ‘अवध फेस्टिवल’ में बॉलीवुड और शास्त्रीय संगीत की दुनिया के चमकते सितारों को नौशाद सम्मान से नवाजते हुए कहीं।
उपमुख्यमंत्री ने यहां गायक शान, सितारवादक संगीतकार इमरान खान, गायिका माहिरी बोस, गायिका प्रियंका बर्वे, अंतरा नन्दी, प्रशासनिक अधिकारी हरिओम और रंगकर्मी सुरेश शर्मा को नौशाद सम्मान से स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र इत्यादि देकर अलंकृत किया। फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी के अध्यक्ष तुरब जैदी, सैन्य अधिकारियों व अन्य अतिथियों की उपस्थिति में चले समारोह में संगीत की शानदार महफिल भी सजी। इससे पहले संयोजक जफर नबी ने एसोसिशन की पिछले डेढ़ दशक की गतिविधियों से रूबरू कराते हुए अतिथियों का स्वागत किया।
रंग निर्देशक सलीम आरिफ के कुशल संचालन में संगीत की महफिल का आगाज युवा गायिका अंतरा नंदी ने चार दिनों का प्यार हो रब्बा बड़ी लंबी जुदाई…. गीत से किया। गुरु व पिता जयंत बोस की शिष्या माहिरी बोस ने महफिल को चंद गजलों से सराबोर कर दिया।
तो प्रियंका बर्वे नौशाद के फिल्मी नगमों का रस बरसाया। सुप्रसिद्ध गायिका आनन्दिता चटर्जी ने भी लाजवाब गीत पेश किए। इस दौरान अमीर खुसरो की रचना पर नृत्य की भी सुंदर प्रस्तुति हुई। अन्त में सीकर घराने से ताल्लुक रखने वाले सितार वादक इमरान खान ने पूरी शास्त्रीयता निभाते हुए मोहे पनघट पे नंदलाल….. रचना सुनाई। तबले पर रत्नेश मिश्र ने खूबसूरती से साथ निभाया।