बाराबंकी पुलिस का कारनामा 24 घंटे बाद भी पुलिस नें नहीं भेजा पीड़ितों को मेडिकल के लिए। पीड़तों को थाने में हैं बैठाकर रखा नहीं हो रही कोई सुनवाई।
बाराबंकी। जमीन विवाद को लेकर पिता पुत्रों को दर्जनों लोगों ने जमकर पीटा.मामला बाराबंकी के शुक्लन पुरवा के मजरे हथौधा गांव में सार्वजनिक जमीन पर कब्जा करने का प्रकाश में आया है। जिसकी शिकायत एक परिवार द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई जिससे गुस्साए लोगों ने शिकायत कर्ता मुकेश शुक्ला और उनके दोनों लड़कों से कानूनगो और लेखपाल के सामने मारपीट की। जमीन हाथ से जाती देख अवैध कब्जेदार राम सरन यादव, राम सिंह यादव एवं बब्लू मनीराम यादव संतोष जय सरन एवं उनकी घर की महिलाओं ने लाठी-डंडों एवं बांका से शिकायत कर्ताओं को जमकर मारा तथा धमकी दी है। और कहा है कि यदि गांव में दोबारा आओगे तो जान से मार देंगे ये घटना उस समय हुई जब तहसील के लेखपाल एवं कानूनगो घूर गड्ढा एवं खलिहान की पैमाइश करने हेतु गए थे जिस जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। जमीन की पैमाइश के लिए कनूनगो और लेखपाल गायत्री जैसवाल ने मुकेश शुक्ला और उनके पुत्रों को बातचीत के लिए बुलाया और बातचीत के दौरान ही अवैध कब्जे दारों द्वारा अद्धा एवं धारदार हथियारों से आक्रमण कर दिया गया जिसमें मुकेश शुक्ला सहित उनके दोनों पुत्रों को काफी चोटें आई हैं। जिसकी प्राथमिकी हेतु कोतवाली रामसनेहीघाट ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनीकोडर को भेजा गया था मगर वहां पर तैनात डॉक्टर ने जिला अस्पताल बाराबंकी को रिफर कर दिया है जिसमें शुभम शुक्ला एवं शुयस शुक्ला को गंभीर चोट आई है। लोगों का कहना है कि मनीराम एक दबंग एवं सरहंग किस्म का व्यक्ति है। घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है।