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भोजपुरी अवधी लोकगीतों संग जादुई करतब ने मंत्र मुग्ध किया

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भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव तृतीय संध्या 

लखनऊ, 4 अप्रैल 2022। तुलसी शोध संस्थान श्री राम लीला समिति ऐशबाग के तत्वावधान और संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत श्रीराम लीला मैदान में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 की तृतीय संध्या मे भोजपुरी अवधी लोकगीतों संग जादुई करतब ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया।

भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 का उदघाटन श्री राम लीला समिति के अध्यक्ष हरीश चन्द्र अग्रवाल और सचिव पंडित आदित्य द्विवेदी और मयंक रंजन ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

चैती महोत्सव की तृतीय सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ प्रसिध्द गायिका अनन्या सिंह ने भजन पायो जी मैंने राम रतन धन पायो से कर श्रोताओं को मन्त्र मुग्ध किया। इसी क्रम में अनन्या ने अपनी खनकती हुई आवाज़ में दशरथ के भईलें लालनवा, बाजे लागे आनंद बधईया हो रामा अवध नगर में, शेरवा चढल देवी माई गरजत आवें, राम जी से पूछे जनक पर के नारी और अमवा महुआवा के झूमे डरिया, पटना से बैदा बुलाइद लोकगीत सुनाकर श्रोताओं का दिल जीता।

मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त दीपक त्रिपाठी अंतरराष्ट्रीय लोक गायक ने अपने कार्यक्रम की  सुरुवात मंगला चरण से मंगल भवन अमंगल हारी से कर श्रोताओं को भक्ति के सागर में आकन्ठ डुबोया। इसी परिप्रेक्ष्य में दीपक त्रिपाठी ने अपनी सुमधुर आवाज में जगदंबा घरे दियरा बार आइनी हो

वन्दे मातरम सब मिल बोलो देश के हर इंसान यही है भारत की पहचान, हरे रामा मंदिर आली सान रचित ललकारी रे हारी, आजु मिथिला नगरियाँ निहाल सखियाँ, झुलनी के रंग साँचा हमार पिया, चैती- सुतल सइया के जगावे हो रामा और राम भक्त ले चला रे राम की कहानी भजन और लोकगीत को सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।

कार्यकम के आकर्षण का केंद्र बिन्दु बनकर उभरा राकेश श्रीवास्तव का हैरतअंगेज जादुई करतब। राकेश ने अपने कार्यकम की शुरुवात कर कागज जलाकर उसी से तिरंगा स्कार्फ बनाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उसके बाद अपनी आजादी को हम हरगिज़ भुला सकते नहीं गीत पर खाली डिब्बे से अमर शहीदों की रोचक झांकी प्रस्तुत की। इसके अलावा लड़की को तीन टुकड़े में कटना , 12 तलवारें शरीर के आर पार कर देना , नर कंकाल हवा में उड़ाना आदि को दिखा कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।

भक्ति संगीत से परिपूर्ण इस प्रस्तुति के उपरान्त अंनिका श्रीवास्तव ने अचुत्यम केशवम पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर दर्शको का मन मोहा। इसी क्रम में नैन्सी, प्रगति, स्वाति, अंशिखा, आस्था, आयसा, प्राची, जाह्नवी और पारुल ने संयुक्त रूप से नगाड़ा संग ढोल बाजे पर आकर्षक डांडिया नृत्य प्रस्तुत कर दर्शको का मन मोहा। इसके उपरान्त राज बोकारिया पोरबन्दर गुजरात के निर्देशन मे कलाकारों द्बारा ढाल तलवार रास की अनोखी आकर्षक प्रस्तुति हुई।

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