लखनऊ, 4 सितंबर। भादो मास के अंतिम रविवार को शहर के गुइन रोड के करीब स्थित पुराने भैरवजी मंदिर में परंपरागत मेले का आयोजन हुआ। विदित है कि कालका बिंदादीन ड्योढी के निकट लगने वाला यह मेला लखनऊ घराने के कथक विधा के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। कथक के सभी गुरु – शिष्य यहां अपने घुंघरुओं का पूजन-अर्चन करने के साथ बाबा भैरव और अपने गुरुओं को नमन करके परंपरा से आशीर्वाद प्राप्त करते आ रहे हैं। आज भी नृत्य कलाकारों के घुँघरुओं की पूजा महंत वीना गिरि ने संपन्न करायी। सुरभि सिंह की शिष्या रतन बहनों ईशा-मीशा ने भी पूजन-अर्चन किया। गुरु कुमकुम आदर्श के मार्गदर्शन में बटुक भैरव जी मंदिर पर लच्छू महाराज बैले सेन्टर के कलाकारों का घुंघुरू पूजन लखनऊ घराने के महान कथक गुरु पं.शम्भू महाराज जी की पुत्री रामेश्वरी देवी की उपस्थिति में महंत गिरि ने कराया। कलाकारों में एकता, अंकिता, सीमा, अनामिका, नंदिनी, पीयूष, अंजुल इत्यादि सम्मिलित हुए।