लखनऊ, 5 अप्रैल 2022: सोनी सब का महान पौराणिक शो ‘धर्म योद्धा गरुड़’ ने लॉन्चा के कुछ हफ्तों के भीतर ही अपने रोचक वर्णन, शानदार दृश्योंा और लोकप्रिय कलाकारों से दर्शकों को काफी रोमांचित कर दिया है। निस्वा र्थता, सत्य निष्ठार और साहस के प्रतीक एक असली नायक की अनसुनी कथा का वर्णन करते हुए इस शो ने माँ और पुत्र के बीच सम्बंरध का अनोखा पहलू पेश किया है और यह भी दिखाया है कि एक समर्पित पुत्र अपनी माँ की स्वितंत्रता के लिये किस सीमा तक जा सकता है। सारी विषमताओं का सामना करने के लिये गरुड़ का साहस और अपनी माँ विनता के प्रति उनकी संपूर्ण श्रद्धा उन्हेंर भारतीय पौराणिक इतिहास में एक अलग दर्जा देती है। इस प्रेरक गाथा का प्रचार करने के लिये गरुड़ (फैसल खान) और उनके साथी कलाकार विनता (तोरल रसपुत्रा), कादरू (पारूल चौहान) और तक्षक (अंगद हसीजा) आज लखनऊ पहुँचे, जहाँ उनके प्रशंसकों ने उनका तहेदिल से स्वाथगत किया।
‘धर्म योद्धा गरुड़’ की शुरूआत हो चुकी है, इस शो को गरुड़ के जन्म के साथ आरंभ किया गया है। महान ऋषि कश्य प और उनकी पत्नीध विनता के यहाँ जन्मो लेने के बावजूद गरुड़ अपनी धोखेबाज मौसी कादरू और उसके बेटों कालिया, तक्षक और 1000 नागों से दमन और कष्टन झेलने के लिये विवश हैं। अपनी माँ के साथ हुए अन्यासय को अस्वी कार करते हुए गरुड़ अब विनता की मौजूदा स्थिति का सत्ये जानने के लिये निकल पड़े हैं। वह जानना चाहते हैं कि कादरू ने उनकी माँ को दासी क्योंव बना रखा है। इस खोज में वे देवी अदिति के पास पहुँचते हैं, जो उनके प्रश्नों के उत्तउर दे सकती हैं। लेकिन उनके पास पहुँचने पर गरुड़ देखते हैं कि राक्षसों की एक सेना ने देवी अदिति पर आक्रमण कर दिया है, जब वे पूजा में लीन थीं। अब राक्षसों को परास्तस करना और देवी अदिति को बचाना गरुड़ पर निर्भर है, ताकि वे अपनी माँ को दासता की बेड़ियों से मुक्तस कर सकें। क्यार गरुड़ सफल होंगे?
‘धर्म योद्धा गरुड़’ में नये और रोमांचक साहसिक कारनामे आने वाले हैं, जिनके साथ शो दर्शकों को बांधकर रखने का वादा करता है, क्योंोकि कलाकार अपना बेहतरीन परफॉर्मेंस देने वाले हैं और ऐसी लुभावनी कहानियाँ आने वाली हैं, जो हमारे इतिहास में दर्ज हैं।
गरुड़ की भूमिका निभा रहे फैसल खान ने कहा, “मुझे गरुड़ की भूमिका निभाकर बहुत गर्व हो रहा है। वह ऐसे नायक हैं, जिसके बारे में सभी को जानना चाहिये। उनकी कथाओं ने मुझे प्रेरित किया है और मुझे उम्मीकद है कि बीतते समय के साथ उनकी निस्वासर्थता और मजबूत इच्छाहशक्ति ज्याेदा से ज्याहदा लोगों को प्रभावित करेगी। अपने जोनर के हिसाब से गरुड़ मुझे बतौर एक कलाकार अपनी बारीकियाँ जानने का मौका दे रहा है और इस अनुभव का मुझे मजा आ रहा है। अभी शुरूआत हुई है, लेकिन हमें इतना प्याार मिल चुका है कि हम बड़े विनम्र हैं और मैं इस आशीर्वाद के लिये आभारी हूँ। लखनऊ आकर मैं कितना रोमांचित हूँ, उसे शब्दोंक में नहीं बता सकता और मुझे इस शहर में अपने प्रशंसकों के साथ एक सुखद दिन बिताने की आशा है।‘’
विनता की भूमिका निभा रहीं तोरल रसपुत्रा ने कहा, “बतौर एक कलाकार, गरुड़ में मेरा अब तक का सफर काफी संतोषजनक रहा है। विनता दमित, लेकिन मजबूत महिला है और अपने बेटे पर उसका अडिग विश्वामस ही उसकी सबसे बड़ी संपत्ति है। भाषा से लेकर परिसर और परिधानों तक, पौराणिक शोज में काम करना कुछ चुनौतियाँ लेकर आता है, लेकिन अच्छेि साथी कलाकारों और क्रू के साथ काम करने से यह प्रक्रिया काफी सरल हो जाती है। मैं गरुड़ की कथा का प्रचार करने के लिये लखनऊ में आकर वाकई उत्साथहित हूँ। यह शहर सांस्कृोतिक रूप से बहुत समृद्ध है और मैं यहाँ एक शानदार दिन बिताने का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं।”
इस शो में दुष्ट कादरू की भूमिका को पर्दे पर साकार कर रही पारुल चौहान ने कहा, “मैंने अब तक जितने भी किरदार निभाये हैं, कादरू उन सबसे बिल्कुदल विपरीत है और यही वजह है कि हर गुजरते दिन के साथ मुझे इस भूमिका को निभाने में काफी मजा रहा है। एक ऐसा किरदार निभाना आसान नहीं होता, जिससे दर्शक नफरत करते हों, लेकिन असल में इस तरह के किरदार ही तो किसी कलाकार की प्रतिभा को दिखाते हैं। इतने कम समय में ही, गरुड़ को दर्शकों से काफी सकारात्महक प्रतिक्रियायें मिलने लगी हैं और इसके लिये प्रशंसकों का प्या र देखकर बहुत अच्छा़ लग रहा है। मुझे आज लखनऊ आकर और मेरे प्रतिभाशाली कलाकारों एवं अद्भुत प्रशंसकों के साथ एक बेहतरीन दिन बिताकर बहुत अच्छान लग रहा है। मैं इस पुराने शहर की खूबसूरती का भी आनंद उठा रही हूं।”
अंगद हसीजा, जोकि शो में तक्षक का किरदार अदा कर रहे हैं, ने कहा, “तक्षक एक बेहद शक्तिशाली और दुष्टय किरदार है। तक्षक के किरदार में ढलने और गरुड़ के प्रति उसकी क्रूरता एवं नफरत को दिखाने में मेरी काफी एनर्जी लगती है। इस शो को इतने कम समय में ही जो प्याषर और तारीफ मिली है, वह हमारे लिये महत्व पूर्ण है। हम इस शहर के हमारे प्याइरे प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करने के लिये लखनऊ आये हैं और हमें उम्मीरद है कि हम यहां से कुछ खुशनुमा यादें लेकर जायेंगे।”