लखनऊ 3 जुलाई। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद लखनऊ की दक्षिण इकाई ने आज अपनी प्रिय गुरु डॉ के डी सिंह के आवास पर गुरू का विशेष सम्मान किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ करते हुए ज्योति किरन रतन ने सरस्वती वंदना वर दे वर दे वीणा वादिनि वर दे , गुरु स्तुति गुरु के चरणों में वंदन, गुरु को प्रथम प्रणाम प्रस्तुत की । तत्पश्चात अपने गुरू डॉ के डी सिंह को उनके शिष्यो, डॉ नीतू शर्मा,डा सुरसरी तरंग , डा धीरेन्द्र कौशल , ज्योति किरन रतन ने माल्यार्पण करके स्मृति चिन्ह भेंट किया। किया । नीतू सिंह की शिष्यायो ,पूनम और प्रिया ने अंगवस्त्र अर्पित किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए पूनम , प्रिया की शिष्या हेमा पाण्डेय ने गुरु महिमा का बखान करते अपने उद्गार शब्दों के माध्यम से प्रकट किये । आज के गुरु शिष्य परम्परा में चार पीढी के गुरु और शिष्य एक साथ उपस्थित थे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षण काल के संस्मरणों को याद करते हुए , वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गुरु शिष्य परम्परा विषय पर साहित्यिक चर्चा भी हुई।अंत में गुरु के डी सिंह ने अपने शिष्यों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि 28 वर्षों के बाद भी मेरे शिष्य मुझे याद करके मुझसे मिलने आते हैं यह मेरे शिक्षक जीवन की बहुत बड़ी उपलब्धि है।यह मेरे अपने कार्य को मेहनत और ईमानदारी से करने का मन की शान्ति भी है ।