Home न्यूज क्रांतिकारियों की भूमि है उप्र, यहीं से जगी थी आजादी की अलख:...

क्रांतिकारियों की भूमि है उप्र, यहीं से जगी थी आजादी की अलख: योगी

283
0

खेलो के महोत्सव में कई विश्व कीर्तिमान का गवाह बना लखनऊ

लखनऊ। आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत उप्र की राजधानी लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आ ज वंदेमातरम योग एवं खेल कौशल प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 75 राष्ट्र रक्षकों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के लिए लंबा संघर्ष हुआ था, भावी पीढ़ी को आजादी के मायने बताना है।
आजादी दिलाने वाले वीर सपूतों को नमन करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा सामूहिक प्रयास से देश को आजादी मिली थी और सामूहिक प्रयास का पहला उदाहरण 1857 की क्रांति थी।
शहीद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा आजादी का केंद्र बिंदु उप्र था, यहीं से 1857 में आजादी की अलख जगी थी। यूपी क्रांतिकारियों की भूमि है।
उन्होंने कहा आज़ादी के अमृत काल के महत्व को समझें, यह आजादी के संकल्पों के साथ जुड़ने का अवसर है। सीएम योगी ने कहा कोरोना काल में दुनिया को भारत की नई ताकत का एहसास हुआ।
सीएम ने कहा आत्मनिर्भरता से हमने कोरोना की जंग जीती। समिति की ओर से प्रशांत भाटिया ने अतिथियों का स्वागत किया तो क्रीड़ा भारती उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह ने सफल कार्यक्रम पर बधाई दी। इस विशेष कार्यक्रम में भारत के 75000 झण्डे एकसाथ लहराने का विश्व रिकॉर्ड के साथ सामूहिक वंदेमातरम व मानव श्रृंखला से अखंड भारत के नक्शे के निर्माण का भी कीर्तिमान बनाया । कार्यक्रम में 75 स्कूल, 75 प्रोफेशनल कॉलेज व 75 डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में 75 योग मुद्राओं समेत अन्य खेलों का प्रदर्शन भी किया गया।
कार्यक्रम में ईशा मीशा रतन ने कथक , ज्ञानेंद्र दत्त बाजपाई के शिष्यों ने भारत नाट्यम हर्षिता ने फोक तो तनिष्क बंसल ने देशभक्ति गीत पर प्रस्तुति देकर मन मोह लिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here