केंद्र सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान को नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया है. बिपिन रावत के बाद वह दूसरे सीडीएस होंगे.सेना में 40 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने वाले अनिल चौहान पिछले साल ही सेवानिवृत हुए थे. अपको बता दें कि बिपीन रावत के निधन के बाद सीडीएस की पद खाली हो गई थी। अब देश के नए सीडीएस इन्हें बना दिया गया है। पूर्वी सेना को संभालने से पहले, जनरल ऑफिसर नई दिल्ली में सैन्य अभियान के महानिदेशक थे।
सैन्य संचालन के महानिदेशक के रूप में, जनरल ऑफिसर ‘ऑप सनराइज’ के मुख्य वास्तुकार थे, जिसके तहत भारतीय और म्यांमार सेनाओं द्वारा दो देशों के बीच सीमा के पास सक्रिय विद्रोही समूहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाया गया था। वह भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बाद के प्रबंधन सहित बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने में भी शामिल था। उन्होंने इस योजना में पिछे से अहम भूमिक निभाई थी। जिसके कारण भारतीय वायू सेना ने पाकिस्तान को मुंडतोड़ जवाब दिया था।
कई सम्मानित पुरस्कार दिया गया
सरकार द्वारा राष्ट्र के लिए सामान्य अधिकारी की सेवा को परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल देकर सम्मानित किया गया है। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी कमान देहरादून में बसने और सुरक्षा संबंधी मामलों पर लिखने के लिए समय समर्पित करने का इरादा रखते हैं।