पेशेवर ऑर्थोडॉन्टिक्स विशेषज्ञों ने सामने रखे सात प्री कन्वेंशन कोर्स
लखनऊ, 16 फरवरी। सरदार पटेल पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल एंड मेडिकल साइंसेज उतरेटिया रायबरेली रोड में 26वां इण्डियन ऑर्थोडॉण्टिक सोसायटी नेशनल पीजी कन्वेंशन आज से शुरू हो गया। यहां 19 फरवरी तक चलने वाले इस वृहत् आयोजन का औपचारिक उद्घाटन 18 फरवरी को संस्थान में मध्याह्न 12 बजे उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक करेंगे।
आज प्रतिभागियों ने प्रतिस्पर्धी और गैर-प्रतिस्पर्धी दोनों ही श्रेणियों में पेपर और टेबल क्लिनिक प्रस्तुतियां दीं। इसके साथ ही पहले दिन पेशेवर ऑर्थोडॉन्टिक्स विशेषज्ञों द्वारा सात प्री कन्वेंशन कोर्स आयोजित किए गए, जिन्होंने ऑर्थोडॉन्टिक्स के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति से छात्रों को परिचित कराते हुए प्रशिक्षित किया। चेन्नई के डॉ एम एस कन्नन जिन्होंने डेमन और टैड्स पर कार्यशाला आयोजित की। नई दिल्ली की डॉ. पांचाली बत्रा और बंगलुरु के डॉ. अरविंद शिवकुमार ने समस्या आधारित शिक्षा पर कार्यशाला की। पीजीआई चंडीगढ़ के शिक्षाविद प्रो. डॉ. एसपी सिंह, डॉ. एस.पी. संजीव वर्मा, डॉ विनय वर्मा और डॉ राज वर्मा ने ऑर्थोगोनाथिक सर्जरी की थ्री-डी डिजिटल योजना पर; पुणे के डॉ. मिलिंद दर्डा और मुंबई के डॉ. विशाल धंजानी ने एलाइनर्स पर; आंध्र प्रदेश के डॉ. धर्मदीप ने सेल्फ लिगेटिंग लिंग्वा ब्रैकेट्स पर; दिल्ली के डॉ. गुरकीरत सिंह और पंजाब के डॉ. अजीत जायसवाल ने इन-हाउस एलाइनर्स पर और जामिया, दिल्ली की डॉ. प्रियंका कपूर, डॉ. हरनीत कौर और डॉ. अमन चौधरी ने व्यवस्थित समीक्षा और मेटा विश्लेषण पर कार्यशाला आयोजित की।
दोपहर के सत्र के दौरान, डॉ. तोशनीवाल, डॉ. एस पी सिंह और डॉ. अमेश गोलवारा के निर्णायक मण्डल ने प्रतियोगी पेपर रिसर्च का निर्णय किया इस संवर्ग में 30 छात्रों ने अपने पेपर प्रस्तुत किए। क्लीनिकल कैटेगरी में डॉ. किरण, डॉ. युधिष्ठिर, डॉ. राम और डॉ. शिशिर ने प्रतियोगी खण्ड की प्रविष्टियों का फैसला किया, जबकि डॉ. रोहित खन्ना, डॉ. अमित भारद्वाज, डॉ. सुलभ ग्रोवर और डॉ. सोनाहिता अग्रवाल क्लिनिकल इनोवेशन कैटेगरी में प्रतिस्पर्धी पेपर्स को जज किया। निर्णायकों ने सभी प्रतियोगी पेपरों के परिणाम इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसाइटी को सौंप दिए गए।
क्लीनिकल कैटेगरी में कॉम्पिटिटिव टेबल क्लीनिक के निर्णायक डॉ. रागनी टंडन, डॉ. अमित नागर, डॉ. आनंद त्रिपाठी और डॉ. गौरव गुप्ता रहे। टेबल क्लिनिक रिसर्च श्रेणी के निर्णायक मण्डल में डॉ. प्रदीप टंडन, डॉ. शैलेश शेनव, डॉ. प्रतीक चंद्रा और डॉ. मयंक गुप्ता शामिल रहे। सभी निर्णायकों और प्री-कन्वेंशन कोर्स मेंटर्स को आईओएस के अध्यक्ष डॉ. बलविंदर सिंह ठक्कर, सचिव डॉ. संजय लाभ, उपाध्यक्ष डॉ. शैलेश शेनवा द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मेलन में प्रिंसिपल एसपीपीजीआईडीएमएस, डॉ. गौरव सिंह प्रबंध निदेशक एसपीपीजीआईडीएमएस, डॉ. आरोहण सिंह, आयोजन अध्यक्ष डॉ. सुधीर कपूर, आयोजन सचिव, डॉ. राज कुमार जायसवाल और वैज्ञानिक संयोजक डॉ. जितेंद्र भागचंदानी की भागीदारी ने सभी प्रतिभागियों की हौसला आफजाई की।
शाम को विद्यार्थियों के मध्य रोचक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में 500 से ज्यादा विद्यार्थियों ने भाग लिया। क्विज प्रतियोगिता का संचालन नई दिल्ली के डॉ. श्रीधर कन्नन और डॉ. पांचाली बत्रा के साथ बीएचयू वाराणसी के डॉ. विपुल शर्मा ने किया। इससे पूर्व इस छब्बीसवें सम्मेलन के लिए आज सुबह सात बजे से प्रारम्भ हुए पंजीकरण में देश और नेपाल के दो हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने अपना पंजीकरण कराया।