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अवधी लोकगीतो व लावणी नृत्य ने समां बांधा

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भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव छठी संध्या 

लखनऊ, 7 अप्रैल 2022। तुलसी शोध संस्थान श्रीराम लीला समिति ऐशबाग के तत्वावधान और संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत श्रीराम लीला मैदान में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला व चैती महोत्सव 2022 की छठी संस्कृतिक संध्या मे अवधी लोकगीतो व लावणी नृत्य ने समां बांधा।

संगीत से सजे कार्यकाम का शुभारम्भ डॉ रचना श्रीवास्तव ने अवध सैइया मोरी छोड़ो न बढिया से अपने कार्यक्रम की शृरुवात कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया। इसी क्रम में रचना ने अपनी खनकती हुई आवांज में छुम छुम छूनना ना बाजे मइया, राम जी से पूछो और अम्बे माँ जग्दंबे माँ को सुनाकर श्रोताओं का मन मोहा।

भक्ति भावना से परिपूर्ण इस प्रस्तुति के उपरान्त अनीता सिंह ने अवधी लोकगीतों की सरिता प्रवाहित की। अनीता ने अपनी सुमधुर आवाज में अवध मे राम, श्री राम जानकी बैठे हैं, राम तेरी पूजा करूंगी, होली खेलें मसाने मे और छाप तिलक सब छिनी को सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।

मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के बाद वंशिका बाजपेयी ने गुर वन्दना पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। गुरु की महत्ता से परिपूर्ण इस पेशकश के बाद निशी मिश्रा व साथी कलाकारों ने महिषासुर मर्दनी नृत्य नाटिका को प्रस्तुत कर दर्शकों को भगवती देवी दुर्गा के नवो रूपों के दर्शन करवाए।

भक्ति भावना से परिपूर्ण इस प्रस्तुति के उपरान्त वासु कुमार और रोहित कुमार ने देवाश्री गणेश पर भावपूर्ण नृत्य से कर विघ्न विनाशक के चरणो में अपनी अगाध श्रद्धा अर्पित की। गणेश जी के चरणों में समर्पित इस प्रस्तुति के बाद नवेद व साथी कलाकारों ने कृष्णम मधुरम की रोचक प्रस्तुति दी। इसी अनुकरण के क्रम में मुम्बई महाराष्ट्र की श्रद्धा सतविडकर के नृत्य निर्देशन में शिवंया माण्डवकर के गाए मराठी गीतों पर चैतन्य पाटिल, पल्लवी पाटिल, निभा झेम्से, अक्षय

मालवलकर, पूजा चौधरी और तेजस्वी वाडेकर ने लावणी नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी।

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