आकाशवाणी और दूरदर्शन की ग्रेडेड कलाकार जिन्होंने संस्कृति विभाग ,पर्यटन विभाग , उत्तर मध्य सांस्कृतिक केंद्र ,भारत सरकार, सूचना विभाग के विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों से कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुकी हैं । कलर्स टी वी के राइसिंग स्टार जैसे मंच पर अवध के लोकगीतों को ले जाने वाली पहली महिला जिन्हे राष्ट्रपति पुरस्कार, नारी अस्मिता , यू पी रत्न, कायस्थ रत्न शान – ए – अवध इत्यादि पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है ,लोकगायिका प्रीति लाल ने अयोध्या में उ.प्र.लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान के मंच पर राम के भजनों से जनता को भावविभोर कर दिया ।
उन्होंने सर्वप्रथम राम के सोहर – राजा दशरथ के अंगनवा आज जन्मे ललनवा से शुरू किया , उसके बाद बधाई गीत – अवध मां बाजई बाजई बधाईयां सुनाया । तत्पश्चात अयोध्या मगन भई आज लला राम अवध बिराजे,फिर गुईयां दीप जलाए द्यो अयोध्या जगमगाए,फिर जली है जोत जगमग अवध नगरिया सुनाया उसके बाद बसंत ऋतु गीत -आई बसंत ऋतु महकै अजोध्या , इसके बाद भोलेनाथ की होली – शिव शंकर खेलत फाग गौरा संग लिए कार्यक्रम के अंत में अवध की होली -होरी खेलें रघुबीरा अवध मां सुनाया ।
कीबोर्ड पर अरविंद वर्मा , ढोलक पर शिवम ,ऑक्टोपैड पर शैलेंद्र सिंह ने शानदार संगत की । अनिता सिन्हा और अरुणा उपाध्याय राम तीरथ तिवारी ने कोरस में साथ दिया। नेहा वर्मा ,प्रियांशी वर्मा ने मनमोहक नृत्य किया।