धीरेन्द्र श्रीवास्तव /ब्यूरो चीफ सीतापुर
सीतापुर । मंगलवार को जिलाधिकारी अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में करते हुये विभिन्न विभागों के स्टाल/प्रदर्शनी लगाये गये। गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल तथा जनपद स्तरीय सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक दयाशंकर श्रीवास्तव कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया मानपुर ने खरीफ 2025 में विभिन्न फसलों की बुवाई से पूर्व खेती तैयारी तथा खरीफ फसलों की नर्सरी/बुवाई से लेकर रोग व कीट प्रबन्धन के बारे में किसान भाइयों को तकनीकी तथा व्यवहारिक दोनो प्रकार से जैविक विधि तथा रासायनिक विधि के बारे विस्तृत रूप में समझाया। रसायनिक पेस्टीसाइड के अपेक्षा जैविक विधि से रोग व कीटों के प्रबन्धन की पूर्ण जानकारी प्रदान करते हुये किसान भाइयों से अनुरोध किया गया कि खेत की मृदा को स्वस्थ करने के लिये मित्र कीटों को आमन्त्रित कर जैविक उर्वरकों का ही अधिक से अधिक प्रयोग करें और रसायनिक उर्वरकों पर निर्भरता को छोड़ना होगा। साथ ही किसान भाइयों को बायो एन०पी०के० बारे में बताते हुये उसका प्रयोग करने का अनुरोध किया गया।
जिलाधिकारी महोदय की अनुमति से सिंचाई विभाग के अन्तर्गत नहर व नलकूप विभाग, पशुपालन विभाग, गन्ना विभाग, उद्यान विभाग तथा भूमि सरंक्षण अनुभाग द्वारा अपनी खरीफ 2025 की तैयारी से अवगत कराते हुये किसान भाइयों से परामर्श किया गया।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रतिनिधि द्वारा योजना के बारे में किसान भाइयों को अवगत कराते हुये बताया गया कि यदि किसी किसान भाई की व्यक्तिगत फसल क्षति होती है तो 72 घंटे के अन्दर किसान भाइयों को टोल फ्री नम्बर या फसल बीमा प्रतिनिधि या कृषि विभाग को सूचित किया जाना आवश्यक है।
जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में खाद व बीज की कोई कमी नहीं है साथ ही किसान भाइयों से अनुरोध किया गया कि संतुलित मात्रा में आवश्यकतानुसार ही रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करें।
उप कृषि निदेशक महोदय द्वारा अवगत कराया गया कि सोलर पम्प कृषि विभाग द्वारा 60 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। आप लोग समय पर पंजीकरण कराकर प्राप्त कर सकते हैं जो सिंचाई के लिये अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगा। साथ ही किसान भाइयों से अपने लिये उपयोगी कृषि यन्त्रों 50 प्रतिशत अनुदान पर लेने हेतु समय पर बुकिंग कराने का अनुरोध किया गया।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा फसल विविधता अपनाकर श्री अन्न तथा दलहनी व तिलहनी फसलों के क्षेत्रफल को बढ़ाने हेतु किसान भाईयों अपील की गयी। साथ ही बताया गया कि जनपद में स्थापित फैक्ट्रियों में मक्का की बहुत मांग है, किसान भाई यदि उत्पादन बढ़ाते हैं तो भविष्य में अधिक रेट मिलने की सम्भावना है।